परड करमप स रहत क लए आयरवदक दव क उपयग कस कर
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Description
पीरियड्स एक आम प्रक्रिया है जो की हर लड़की को अपने जीवन काल में होती है हर महीने, जिसके कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसमे से सबसे आम और कष्टदायक है पीरियड क्रैम्प। यह एक ऐसी स्तिथि है जिसमे महिलाओ को मासिक धर्म के दौरान पेट के निचले हिस्से में तेज़ दर्द महसूस होता है। यह दर्द कई कारणों से हो सकता है, जैसे की हार्मोनल असंतुलन, गर्भसगय में सूजन, या अन्य शारीरिक बदलाव। आयुर्वेद में इस प्रकार की समस्याओं के लिए प्राकृतिक उपचार मौजूद है, जो न केवल मासिक धर्म के दर्द का प्रबंधन करने में मदद करता है, बल्कि शरीर को भी स्वस्थ रखते हैं। आज हम इस लेख की सहायता से आपको बताएँगे की पीरियड क्रैम्प को नियंत्रित करने के लिए आयुर्वेदिक औषधि का उपयोग कैसे किया जाए।
आयुर्वेद के अनुसार हमारे शरीर को ३ मुख्य दोष नियत्रित करते है, जिनका नाम है वट्टा, पित्त, और काफा। जब इन दोषो में असंतुलन आता है तब शरीर में विभिन्न समस्या उत्पन होती है। पीरियड क्रैम्प्स या अन्य दर्द के लिए आयुर्वेद में वट्टा दोष के असंतुलन को ज़िम्मेदार माना जाता है। पीरियड क्रैम्प्स को कम करने के लिए इन्ही दोषो में संतुलन बनाये रखना आवशयक है